उत्सर्जन तंत्र Human Excretory System
उत्सर्जन तंत्र (Human Excretory System) :-
उत्सर्जन तंत्र (Excretory System) का अर्थं :-
शरीर से अपशिष्ट
तथा विषैले पदार्थो को बाहर निकालने की क्रिया को उत्सर्जन कहा जाता है | तथा इस क्रिया में कार्य करने वाले अंगो के
समूह को “उत्सर्जन तंत्र" (Excretory System) कहते है |
इस क्रिया में अमोनिया, यूरिया, यूरिक अम्ल,
कार्बन-डाइ-ऑक्साइड आदि को शरीर से बाहर निकला जाता है |
नाइट्रोजनी अपशिष्ट पदार्थ :-
अमोनिया
यूरिया
यूरिक अम्ल
अमोनिया :-
अमोनिया का उत्सर्जन अमोनियाउत्सर्ग प्रक्रिया (“Ammonotelism”)
द्वारा होता है | अमोनिया के उत्सर्जन के लिए सर्वाधिक आवश्यकता जल की होती है |
अतः मछली, जलीय कीट, उभयचरो के द्वारा ये उत्सर्जन होता है
|
यूरिया :-
यह उत्सर्जन प्रक्रिया स्तनधारी समुंद्री मछलियाँ आदि करते
है | इन जीवों को यूरिया उत्सर्जी कहा जाता है | कोशिकाओं द्वारा उत्सर्जी अमोनिया
को यकृत यूरिया में परिवर्तित करता है जिससे वृक्कों द्वारा निस्पंदन कर उत्सर्जित
कर दिया जाता है |
यूरिक अम्ल :-
पक्षीयों, सरीसृपों तथा कीटों द्वारा अमोनिया को यूरिक अम्ल
में परिवर्तित कर दिया जाता है | यूरिक अम्ल का निर्माण बहुत कम जल में भी हो जाता
है | तथा इसको गोलियों या पेस्ट के रूप में उत्सर्जित कर दिया जाता है |
मानव के उत्सर्जन अंग Human Excretory Organs :-
वृक्क
त्वचा
फेफड़ा
यकृत
वृक्क (kidney) :-
वृक्क के ऊपर एड्रिनल ग्रंथि होती है | जो रक्त चाप को
नियंत्रित करती है | प्रत्येक वृक्क एक करोड़ तीस लाख नलियों से मिलाकर बनी होती है
| जिसे नेफ्रॉन कहा जाता है |
नेफ्रॉन ही वृक्क की कार्य इकाई है |
वृक्क का कार्य :-
रक्त के प्लाज्मा को छान कर शुद्ध करती है | ये रक्त में
उपस्थित अपशिष्ट पदार्थों को रक्त से अलग करती है | ये यूरिया, यूरिक अम्ल को पानी
के साथ यूरिन (मूत्र) के रूप में शरीर से बाहर निकालती है |
वृक्क द्वारा रक्त के शुद्धिकरण की प्रक्रिया को “डायलेसिस”
कहा जाता है |
यूरिन (मूत्र) :-
समान्य यूरिन में :- 95% पानी
2.7%
यूरिया
2% लवण
0.3%
यूरिक अम्ल
यूरिन का रंग हल्का पीला होता है | जिसका कारण युरोफ्रोम की
उपस्तिथि होती है |
मानव यूरिन का pH मान 6 होता है |
किडनी में बनने वाली पथरी कैल्शियम अक्जिलेट की होती है |
त्वचा (Skin) :-
Sweat ग्रंथि पसीने के रूप में अपशिष्ट पदार्थो को शरीर से
बाहर निकालती है |
यह शरीर का ताप नियंत्रित रखती है |
मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग त्वचा है |
फेफड़ा (Lungs) :-
यह हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाली कार्बन-डाइ-ऑक्साइड
को बाहर निकालता है |
शरीर के उत्तक कार्बोहाइड्रेट, वसा व प्रोटीन को
मेटाबोलिज्म यानी की भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करते है |
यकृत (Liver) :-
यह हानिकारक पदार्थो जैसे अमोनिया और अतिरिक्त प्रोटीन को, यूरिया
और यूरिक अम्ल में परिवर्तित कर देता है | तथा वृक्क की सहायता से उत्सर्जन करता
है |
यकृत की वसा का पाचन करने में महत्वपूर्ण भूमिका है |
उत्सर्जन तंत्र
सम्बन्धी प्रश्न
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